इस बार पटना पंचायत चुनाव में जनता का मिजाज बदला नजर आ रहा है. पटना जिले में 90 फीसदी पुराने मुखिया हार गए हैं. जबकि 92 प्रतिशत युवाओं की जीत हासिल हुई है. पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव हारने का मुख्य कारण मतदाताओं का उनके प्रति बेरुखी महत्वपूर्ण रहा. इस बार पंचायत चुनाव में सबसे अधिक 35 से 45 साल के मुखिया चुनाव जीतकर आए हुए है. लगभग यही स्थिति जिला परिषद चुनाव में भी रही.
पंचायत चुनाव रिजल्ट के साथ ही बिहार में पंचायत चुनाव समाप्त हो जाएगा. मतगणना के लिए सभी केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. मतगणना के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है. मतगणना केंद्रों के बाहर उम्मीदवारों के समर्थकों की भीड़ जुटने लगी है. बिहार पंचायत चुनाव के 11वें और अंतिम चरण में कुल 62.81 प्रतिशत वोट पड़े हैं. बिहार में 11 चरणों में मतदान हुआ है. बिहार में 4 सितंबर से 12 दिसंबर के बीच 11 चरणों में पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुए. वोटिंग खत्म होने के साथ ही साथ नतीजे भी आते रहे.
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