जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सोमवार को 20 साल में सातवीं बार और लगातार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री की गद्दी संभाल ली। इसी के साथ नीतीश ने सबसे अधिक बार सीएम बनने के सिक्किम के पवन चामलिंग और पश्चिम बंगाल के ज्योति बसु का रिकार्ड तोड़ दिया है। राजभवन में सोमवार शाम 4:30 बजे से आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में 69 वर्षीय नीतीश कुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नीतीश के साथ 14 मंत्रियों ने भी शपथ ली। तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के रूप में भाजपा के कोटे से पहली बार दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। नीतीश के बाद दूसरे नंबर पर भाजपा विधानमंडल दल के नेता तारकिशोर प्रसाद ने शपथ ली, जबकि तीसरे नंबर पर भाजपा की उपनेता रेणु देवी ने शपथ ली। नीतीश की 14 सदस्यीय कैबिनेट में जातीय संतुलन साधने की कोशिश की गई है।
फिलहाल, नीतीश के कैबिनेट में जदयू के पांच, भाजपा के सात, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के एक-एक सदस्य को मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय जाकर कैबिनेट की बैठक की और शासन-प्रशासन को लेकर कई निर्देश दिए। इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे। इस बार उपमुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज बताए जा रहे सुशील मोदी ने पटना हवाई अड्डे पर शाह और नड्डा का स्वागत भी नहीं किया। रविवार को भी सुशील मोदी नई सरकार के गठन की पूरी प्रक्रिया में कहीं नहीं दिखे। वहीं, महागठबंधन ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया।
भाजपा से इन्हें मिली नीतीश कैबिनेट में जगह
तारकिशोर प्रसाद (उपमुख्यमंत्री)
रेणु देवी (उपमुख्यमंत्री)
अमरेंद्र प्रताप
मंगल पांडे
रामप्रीत पासवान
जीवेश मिश्रा
रामसूरत राय
जेडीयू से इन्होंने ली शपथ
विजय चौधरी
विजेंद्र यादव
अशोक चौधरी
मेवालाल चौधरी
शीला कुमारी
इसके अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार और विकासशील इनसान पार्टी के मुकेश साहनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
तारकिशोर प्रसाद (भाजपा)
वैश्य समुदाय से आने वाले तारकिशोर प्रसाद भाजपा विधानमंडल के नेता हैं। कटिहार से चार बार से विधायक रहे तारकिशोर प्रसाद 12वीं पास हैं। डिप्टी सीएम पद इन्हीं के पास होगा। तारकिशोर प्रसाद की बिहार की राजनीति में अच्छी पकड़ है। 64 वर्षीय तारकिशोर को चौथी बार कटिहार सीट से लड़ने का मौका मिला, यहां से उन्होंने डॉ. राम प्रकाश महतो को हराकर लगातार चौथी बार जीत दर्ज की।