प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट की मेजा थाना पुलिस और एसओजी यमुनानगर ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। महाकुंभ 2025 के मद्देनजर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने एक शातिर मोबाइल चोर गैंग का पर्दाफाश किया और 5 चोरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 41 एंड्रॉयड मोबाइल और नकद 14,600 रुपये बरामद किए हैं। पकड़े गए मोबाइलों की कुल कीमत करीब 6 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस का दावा है कि इस गैंग के सदस्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
शहरभर में चलाया जा रहा अभियान
प्रयागराज के डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए जिले भर में एक विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी के तहत मेजा थाना पुलिस और एसओजी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोबाइल चोरी करने वाले एक संगठित गिरोह को धर दबोचा। इन आरोपियों में शिवकुमार, सुभाष कुमार यादव, वाल्मीकि, हसनैन उर्फ शाहुल, और अजय आदिवासी शामिल हैं। इनमें से चार आरोपी 20-25 वर्ष के हैं, जबकि सुभाष कुमार यादव 40 साल का है।
41 मोबाइल फोन और नकद 14,600 रुपये बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए गए कुल 41 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन मोबाइलों की कुल कीमत करीब 6 लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा, इनके पास से 14,600 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यह गैंग मुख्य रूप से रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले धार्मिक स्थलों से मोबाइल चोरी करता था।
आरोपी कहां के रहने वाले हैं?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन प्रयागराज के, एक मिर्जापुर का और एक मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का रहने वाला है। डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि आरोपी चोरी किए गए मोबाइल फोन और अन्य सामानों को कम कीमत पर बेच देते थे। इन सभी आरोपियों को पुलिस ने कड़ी निगरानी के बाद पकड़ा है, और इनसे पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं।
नशे की लत ने बनाया चोर
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी आरोपी नशे के आदी हैं। अपने नशे की आदत को पूरा करने के लिए ये मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान चुराते थे। आरोपी रेलवे स्टेशन, मेजा रोड, छिवकी, मांडा रोड, नैनी, और संगम क्षेत्र जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सक्रिय रहते थे। इन इलाकों में ये मोबाइल चोरी करके कम कीमत पर बेच देते थे और उससे मिले पैसों से अपनी नशे की लत को पूरा करते थे।
पेशेवर अपराधी हैं आरोपी
डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी पेशेवर अपराधी हैं। शिवकुमार और सुभाष यादव के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। शिवकुमार के खिलाफ पांच मामले और सुभाष यादव के खिलाफ भी पांच आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हसनैन और अजय आदिवासी के खिलाफ भी तीन-तीन मुकदमे पहले से दर्ज हैं। इन अपराधियों ने कई बार प्रयागराज और आस-पास के इलाकों में वारदातों को अंजाम दिया है।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पुलिस इनसे और भी पूछताछ कर रही है ताकि चोरी के अन्य मामलों का भी खुलासा किया जा सके। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह का अन्य जिलों में कोई नेटवर्क तो नहीं है।
महाकुंभ के मद्देनजर बढ़ाई गई सतर्कता
महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज पुलिस ने जिले भर में सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस ने शहर में कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं और गश्त बढ़ा दी है। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें
प्रयागराज पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में अपने मोबाइल और अन्य कीमती सामान की सुरक्षा का ध्यान रखें। पुलिस ने कहा है कि जनता के सहयोग से ही ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है।
प्रयागराज में मोबाइल चोर गैंग के पकड़े जाने से पुलिस की सक्रियता का प्रमाण मिलता है। महाकुंभ 2025 जैसे बड़े आयोजन को देखते हुए यह कार्रवाई अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिस की तत्परता और सतर्कता से यह सुनिश्चित हो रहा है कि शहर में अपराध कम हो और सुरक्षा बनी रहे। इस सफलता से पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास और मजबूत होगा, और भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई से शहर को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
प्रयागराज पुलिस की उपलब्धि
पुलिस ने इस सफलता के साथ एक संदेश भी दिया है कि वे अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शने वाली नहीं हैं। इस कार्रवाई से न केवल चोरी की घटनाओं पर लगाम लगी है, बल्कि शहर के नागरिकों को भी यह भरोसा मिला है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। महाकुंभ 2025 को देखते हुए इस तरह की सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था आने वाले समय में और भी कड़ी हो सकती है।