कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। इस गंभीर घटना को लेकर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखते हुए राज्य में फास्ट ट्रैक कोर्ट (एफटीसी) की स्थापना की मांग की है। मंत्री ने सुझाव दिया है कि राज्य में लंबित 48 हजार रेप मामलों का जल्द निपटारा करने के लिए विशेष अदालतें बनाई जाएं।
असम के मुख्यमंत्री की सख्त कानून की वकालत
इस मामले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई है और कड़े कानून की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में जांच, चार्जशीट, मुकदमा और दोषसिद्धि की पूरी प्रक्रिया छह महीने के अंदर पूरी होनी चाहिए।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों में तेजी
असम के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया घोषणा का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए सख्त कानून की आवश्यकता पर जोर दिया था। सरमा ने कहा कि वह इस विषय पर कानून बनते समय केंद्र सरकार को सुझाव देंगे।
सीबीआई की जांच और पूछताछ
उधर, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सोमवार को संस्थान के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पूर्व चिकित्सा अधीक्षक से पूछताछ शुरू की है। सीबीआई ने घोष के आवास पर तलाशी भी ली थी। इसके अलावा, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के एक प्रोफेसर से भी पूछताछ की गई है।
मामले की पूरी जानकारी
यह मामला 9 अगस्त को सामने आया जब कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि महिला डॉक्टर का पहले रेप किया गया और फिर हत्या कर दी गई। इस जघन्य अपराध के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।