जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। नौशेरा इलाके में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। सेना की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है क्योंकि आशंका है कि और भी आतंकी वहां छिपे हो सकते हैं।
घुसपैठ की कोशिश और सेना का ऑपरेशन
खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर सेना ने नौशेरा के लाम क्षेत्र में घुसपैठ विरोधी अभियान शुरू किया। यह ऑपरेशन बीती रात को शुरू हुआ था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। उनके पास से दो एके-47 राइफल्स, एक पिस्तौल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है। सेना का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है ताकि इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित बनाया जा सके।
हालिया हमलों की घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की गतिविधियां लगातार सुरक्षाबलों को चुनौती देती रही हैं। हाल ही में जम्मू के सुंजवान आर्मी बेस के बाहर आतंकवादियों की ओर से की गई गोलीबारी में एक सैनिक घायल हो गया था, जिसने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था। यह सुंजवान ब्रिगेड जम्मू शहर का सबसे बड़ा सैन्य बेस है और इसे पहले भी आतंकियों ने निशाना बनाया था। 10 फरवरी, 2018 को इसी बेस पर आतंकियों ने हमला कर छह सैनिकों और एक नागरिक की हत्या कर दी थी।
कुपवाड़ा में भी एनकाउंटर, तीन आतंकियों का सफाया
इसके अलावा, बीते दिनों कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर दो अलग-अलग मुठभेड़ों में कम से कम तीन आतंकवादी मारे गए थे। भारतीय सेना की चिनार कोर ने जानकारी दी थी कि कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया, जबकि तंगधार सेक्टर में एक अन्य आतंकी को ढेर किया गया। इन ऑपरेशनों से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षाबल आतंकियों को हर मोर्चे पर जवाब देने के लिए तैयार हैं।
चुनाव से पहले सुरक्षा अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। चुनाव ड्यूटी के लिए अर्धसैनिक बलों की करीब 300 कंपनियां तैनात की गई हैं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे—18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को। नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में चुनाव से पहले सुरक्षाबलों की ओर से आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशनों का मकसद क्षेत्र को पूरी तरह से सुरक्षित बनाना है ताकि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
सुरक्षा बलों की मुस्तैदी
पिछले तीन महीनों में सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए हैं। इन अभियानों में कई आतंकियों को मार गिराया गया है और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। सुरक्षाबलों की यह मुस्तैदी चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस बात का प्रयास कर रही हैं कि आतंकियों की किसी भी साजिश को समय रहते नाकाम किया जा सके।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे इन अभियानों से यह स्पष्ट है कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। नौशेरा में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर सुरक्षाबलों ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी का सबूत दिया है। चुनाव के मद्देनजर सुरक्षाबलों का यह प्रयास है कि क्षेत्र में पूरी तरह से शांति और सुरक्षा बनी रहे ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके।