भारत और बांग्लादेश के बीच 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम मुकाबला कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 27 सितंबर से खेला जाएगा। पहले टेस्ट में भारत ने बांग्लादेश को 280 रन से हराया था। अब दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय टीम में एक बदलाव की संभावना है।
कानपुर टेस्ट में टीम की प्लेइंग इलेवन
कानपुर के इस टेस्ट में टीम इंडिया 3 स्पिनर्स और 2 तेज गेंदबाजों के साथ मैदान में उतर सकती है। एक तेज गेंदबाज को आराम दिया जा सकता है, और उनकी जगह चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को शामिल किया जा सकता है। आइए जानते हैं क्यों कुलदीप को मौका मिलना चाहिए।
कुलदीप यादव: लोकल हीरो
कुलदीप यादव ग्रीन पार्क स्टेडियम के होम ग्राउंड खिलाड़ी हैं और उन्हें इस मैदान पर गेंदबाजी का अच्छा अनुभव है। हालांकि, उन्होंने यहां अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन उनके अनुभव का फायदा टीम को मिल सकता है।
स्पिनर्स को मिलेगी मदद
कानपुर में काली मिट्टी की पिच तैयार की गई है, जो आमतौर पर स्पिन गेंदबाजों के लिए फायदेमंद होती है। इस पिच पर रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, और कुलदीप यादव का साथ मिलकर काम कर सकता है। काली मिट्टी अधिक चिकनी होती है और लाल मिट्टी की तुलना में पानी को अधिक सोखती है, जिससे यह पिच लंबे समय तक समतल रहती है।
कुलदीप की शानदार फॉर्म
कुलदीप यादव हाल के समय में शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने वनडे विश्व कप में 15 विकेट लिए थे और श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई वनडे सीरीज में भी उन्होंने 4 विकेट चटकाए थे। कुलदीप ने अपने करियर में 12 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 22 पारियों में 53 विकेट लिए हैं।
कानपुर में स्पिनर्स का दबदबा
ग्रीन पार्क स्टेडियम में अब तक 23 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। इस दौरान स्पिनर्स ने तेज गेंदबाजों की तुलना में अधिक विकेट लिए हैं। स्पिनर्स ने 35.23 की औसत और 2.37 की इकॉनमी से 346 विकेट चटकाए हैं, जबकि तेज गेंदबाजों ने 33.77 की औसत और 2.79 की इकॉनमी से 260 विकेट लिए हैं।
दूसरे टेस्ट में कुलदीप यादव का चयन टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है। उनकी फॉर्म, अनुभव और कानपुर की पिच के हालात को देखते हुए, कुलदीप को मौका मिलना चाहिए। भारत ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया है और उम्मीद है कि वे दूसरे टेस्ट में भी अपनी ताकत बनाए रखेंगे।