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मूसलाधार बारिश से तबाही: उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन, 22 राज्यों में अलर्ट

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मूसलाधार बारिश से तबाही: उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन, 22 राज्यों में अलर्ट

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी नुकसान हो रहा है। उत्तराखंड के चमोली जिले में बीते शनिवार को कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। इस कारण बड़ी संख्या में लोग जहां थे, वहीं फंसे रह गए। उत्तराखंड के अलावा हिमाचल प्रदेश में भी भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है, जिसके चलते 135 से अधिक सड़कों को बंद करना पड़ा है।

22 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को देश के 22 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें पूर्वोत्तर के सात राज्यों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश, मुंबई, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु, केरल और असम समेत कई अन्य राज्यों में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने इन सभी क्षेत्रों में 16 अगस्त तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान

उत्तराखंड के चमोली जिले में हुई भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया है, जिससे श्रद्धालु और स्थानीय लोग फंस गए हैं। प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण स्थिति नियंत्रण में लाने में कठिनाई हो रही है।

हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। 135 से अधिक सड़कों को बंद करना पड़ा है, जिससे लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे गांवों और कस्बों में पानी भर गया है। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को तैनात कर दिया है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।

दिल्ली में राहत, लेकिन बारिश जारी

दिल्ली में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्लीवासियों को यह राहत अगले सप्ताह भी मिलती रहेगी। रविवार को राजधानी के कुछ इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है, जिससे मौसम ठंडा और सुहावना रहेगा। हालांकि, बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में जलभराव की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।

आगे क्या है पूर्वानुमान?

मौसम विभाग ने 16 अगस्त तक देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश जैसे पहाड़ी और मैदानी राज्यों में बारिश से प्रभावित इलाकों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इसके अलावा, महाराष्ट्र, गोवा, केरल और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी भारी बारिश की संभावना है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पूर्वोत्तर के राज्यों में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे वहां की नदियों में जलस्तर बढ़ सकता है और बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है।

मौसम विभाग ने नागरिकों को सावधान रहने और बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को तैनात कर दिया है और राहत कार्यों के लिए तैयारी पूरी कर ली है। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

सरकार और प्रशासन की तैयारियां

लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सरकार और प्रशासन ने प्रभावित राज्यों में आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में विशेष राहत टीमों को तैनात किया गया है, जो भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों की मदद कर रही हैं।

दिल्ली में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने कई स्थानों पर पंपिंग स्टेशन और जल निकासी की व्यवस्था की है। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि बारिश के कारण यातायात प्रभावित न हो।

निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा

मूसलाधार बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और बाढ़ की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

सरकार ने आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ राहत सामग्री की व्यवस्था भी कर ली है। प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए भोजन, पानी और दवाओं की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद कर रही हैं।

बारिश से जुड़े हादसों का खतरा

भारी बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव के अलावा अन्य हादसों का खतरा भी बढ़ गया है। खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के कारण सड़कों के बंद होने और वाहनों के फंसने की घटनाएं बढ़ रही हैं।

मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। साथ ही, बारिश के दौरान बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहने की भी सलाह दी गई है, ताकि बिजली के झटके और अन्य हादसों से बचा जा सके।

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को ध्यान में रखते हुए लोगों से अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। खासतौर पर पहाड़ी और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

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