14 Aug 2024
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CTRL Movie Review in Hindi: एआई की दुनिया में खोई अनन्या पांडे की फीकी अदाकारी

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अनन्या पांडे इन दिनों अपने ओटीटी प्रोजेक्ट्स की वजह से सुर्खियों में हैं। वेब सीरीज "कॉल मी बे" की सफलता के बाद अब उनकी नई फिल्म CTRL नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है। यह फिल्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सोशल मीडिया के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे AI इंसान की जिंदगी को पूरी तरह से बदल सकता है। इस रिव्यू में जानिए कि क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरी या नहीं।

कहानी की झलक

फिल्म की कहानी नेला (अनन्या पांडे) और जो (विहान समत) नाम के एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर कपल से शुरू होती है। दोनों अपनी पर्सनल लाइफ को सोशल मीडिया पर साझा करते हैं और इससे उनकी बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग बन जाती है। उनके लाखों फॉलोअर्स होते हैं, और वह अपनी कंटेंट से खूब पैसे कमाते हैं।

लेकिन एक दिन नेला अपने बॉयफ्रेंड जो को किसी और के साथ चीटिंग करते हुए देखती है। इसके बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। नेला AI की मदद से अपने सोशल मीडिया करियर को अकेले संभालने का फैसला करती है। धीरे-धीरे AI उनकी जिंदगी का हिस्सा बन जाता है, और फिर शुरू होती है नेला की जिंदगी में एक नई समस्या—AI अब उनकी पूरी लाइफ को कंट्रोल करने लगता है। फिल्म की यही कहानी AI के गलत इस्तेमाल और इंसानी जिंदगी पर उसके प्रभाव को दर्शाती है।


बोरिंग प्लॉट और कमजोर निर्देशन

फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी इसका बोरिंग प्लॉट है। फिल्म का ज्यादातर हिस्सा एक कंप्यूटर या फोन की स्क्रीन पर ही दिखाया गया है, जो दर्शकों को बांध नहीं पाता। कई बार ऐसा लगता है जैसे हम कोई इंस्टा रील्स या वॉट्सऐप फॉरवर्ड मैसेज देख रहे हैं। यह पूरी फिल्म आपको कहीं भी जोड़ने में सफल नहीं होती।

विक्रमादित्य मोटवानी जैसे डायरेक्टर से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने इस फिल्म में निराश किया। उनकी पिछली फिल्में जैसे लूटेरा और उड़ान ने दर्शकों को प्रभावित किया था, लेकिन CTRL में वो जादू गायब है। फिल्म की दिशा और कहानी कमजोर है, जो इसे बोरिंग बना देती है।


अभिनय में कमी

अनन्या पांडे की परफॉर्मेंस इस फिल्म में भी काफी सामान्य है। उन्होंने अपनी एक्टिंग में कोई नयापन नहीं दिखाया। फिल्म में वह "कॉल मी बे" जैसी ही लगीं। ऐसा लगा जैसे उन्होंने कोई तैयारी नहीं की और फिल्म की कहानी को गंभीरता से नहीं लिया। वहीं उनके को-एक्टर विहान समत भी ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ सके।

AI का अधूरा चित्रण

फिल्म का मुख्य केंद्र AI पर आधारित है, लेकिन इसे जिस तरह से पेश किया गया है, वह काफी सतही है। AI को सिर्फ एक साधन के रूप में दिखाया गया है, जबकि इसमें और गहराई होनी चाहिए थी। AI के जरिए दिखाए गए सभी सीन्स में नयापन की कमी है, जिससे यह पहलू भी खास उभर नहीं पाया।

सिनेमैटोग्राफी और एडिटिंग

फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी कुछ खास नहीं है। ज्यादातर सीन एक ही स्क्रीन पर होने की वजह से कैमरा वर्क भी साधारण है। दर्शकों को हर बार स्क्रीन के पीछे की कहानी समझने के लिए अधिक ध्यान देना पड़ता है, जो दर्शकों को बोर कर सकता है। एडिटिंग भी बहुत धीमी है, जिससे फिल्म और अधिक खींची हुई लगती है।

क्या देखें इस फिल्म में?

अगर आप सोशल मीडिया, AI और अनन्या पांडे के फैन हैं, तो आप इस फिल्म को एक बार देख सकते हैं। लेकिन अगर आप मनोरंजन की तलाश में हैं, तो शायद यह फिल्म आपको निराश कर सकती है। फिल्म के कमजोर प्लॉट, धीमी गति और निराशाजनक एक्टिंग के कारण इसे एक साधारण फिल्म से ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता।

फिल्म का सकारात्मक पहलू

फिल्म का सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि इसमें सोशल मीडिया की लत और AI के नकारात्मक प्रभाव को दिखाने की कोशिश की गई है। कुछ सीन्स में यह बात अच्छी तरह से उभर कर आई है। इसके अलावा, फिल्म में कुछ विजुअल इफेक्ट्स अच्छे हैं, जो आपको थोड़ा आकर्षित कर सकते हैं।

CTRL एक औसत फिल्म है, जिसमें कहानी और एक्टिंग का अभाव है। अगर आप अपनी शाम का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं, तो यह फिल्म शायद आपके लिए नहीं है। AI और सोशल मीडिया जैसे विषयों पर आधारित होने के बावजूद यह फिल्म कुछ खास नहीं कर पाई।

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Commnets ( 1 )
  • Aryan Maurya

        : 05 October 2024

    `` Nice Series 2024 ``

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