14 Aug 2024
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Lucknow ट्रांसपोर्ट नगर में इमारत ढहने से 8 की मौत, 28 घायल, रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी

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लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में एक बड़ी बिल्डिंग के गिरने से दर्दनाक हादसा हो गया, जिससे कई लोगों की जान खतरे में पड़ गई। घटना के 13 घंटे बीत जाने के बाद भी राहत और बचाव कार्य जारी है। इस हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है, और लोग इस दर्दनाक घटना से सदमे में हैं।

हादसे की जानकारी

ट्रांसपोर्ट नगर में गिरने वाली इस इमारत में कई लोग काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक मोटर वर्कशॉप और गोदाम था, जबकि पहली मंजिल पर एक मेडिकल गोदाम और दूसरी मंजिल पर कटलरी का गोदाम था। हादसे के समय भी कुछ निर्माण कार्य चल रहा था, जो इस दुर्घटना का एक कारण माना जा रहा है।

शनिवार शाम करीब 4:45 बजे जब यह हादसा हुआ, उस समय भारी बारिश हो रही थी। बारिश के चलते बिल्डिंग कमजोर हो गई, और अचानक से भरभराकर गिर गई। घटना के समय ज्यादातर लोग ग्राउंड फ्लोर पर काम कर रहे थे, और वे सभी इस दुर्घटना के शिकार हो गए।

घायलों का इलाज

हादसे में घायल लोगों को तुरंत जिले के लोकबंधु अस्पताल और अन्य नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है, और गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज चल रहा है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, ताकि मलबे में फंसे अन्य लोगों को भी जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।

सांसद RK चौधरी का दौरा

घटना की सूचना मिलते ही मोहनलालगंज से सांसद RK चौधरी लोकबंधु अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने इस हादसे को लापरवाही का नतीजा बताया और कहा कि लखनऊ की सभी जर्जर इमारतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द सभी जर्जर इमारतों का सर्वे किया जाए और उन्हें ध्वस्त किया जाए।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। अधिकारियों ने बताया कि यह बिल्डिंग करीब चार साल पहले बनाई गई थी, और इसके निर्माण में कई अनियमितताएं पाई गई हैं। घटना के समय भी इस इमारत में कुछ निर्माण कार्य चल रहा था, जो कि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है। प्रशासन अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

हादसे के बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को मौके पर बुलाया गया है, जो मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में मशीनों के साथ-साथ मैन्युअल तरीके से भी मलबा हटाया जा रहा है, ताकि किसी भी व्यक्ति को नुकसान न पहुंचे।

भविष्य की सुरक्षा को लेकर चिंता

इस घटना ने लखनऊ की इमारतों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में कई जर्जर और अवैध इमारतें हैं, जो किसी भी समय हादसे का कारण बन सकती हैं। इस हादसे के बाद लोगों में भी डर का माहौल है, और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

सांसद RK चौधरी ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है और प्रशासन से मांग की है कि सभी जर्जर इमारतों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने की बात भी कही जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।

लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में हुए इस हादसे ने एक बार फिर से दिखा दिया है कि अवैध और लापरवाही से बने निर्माण किस तरह जानलेवा साबित हो सकते हैं। अब जरूरत है कि प्रशासन इस घटना से सबक ले और शहर की सभी जर्जर इमारतों का सर्वेक्षण कर उन्हें जल्द से जल्द ध्वस्त करे। साथ ही, नए निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए, ताकि इस तरह के हादसे दोबारा न हों।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, और उम्मीद है कि मलबे में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ, सभी लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

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