ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन चीफ और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) बैन की कार्यवाही पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि वो इस संगठन के दृष्टिकोण का विरोध करते हैं मगर बैन का समर्थन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा पीएफआई के दृष्टिकोण का विरोध किया है, लेकिन कट्टरपंथी संगठन पर प्रतिबंध का समर्थन नहीं किया जा सकता.
उन्होंने आगे कहा ‘इस तरह का प्रतिबंध खतरनाक है क्योंकि यह किसी भी उस मुसलमान पर प्रतिबंध है जो अपने मन की बात कहना चाहता है. जिस तरह से भारत की ‘चुनावी निरंकुशता’ फासीवाद के करीब पहुंच रही है, भारत के ‘काले’ कानून गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अब हर मुस्लिम युवा को पीएफआई पर्चे के साथ गिरफ्तार किया जाएगा.’