गोरखपुर: राहुल सिंह हत्याकांड का खुलासा, लूट के पैसों के बंटवारे में दोस्तों ने ही की थी हत्या

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गोरखपुर की जिला जेल में बंद अपराधी राहुल सिंह को जुर्म के धंधे के वसूल तोड़ना महंगा पड़ा. दरअसल लूट और चोरी के पैसों को हड़पने पर उसके ही साथियों ने उसे मौत की नींद सुला दिया. कहते हैं कि अपराधियों का अपना ईमान होता है, जिसमें बेईमानी की कोई जगह नहीं होती. आपको बतादें कि पूर्व में जिला जेल के बैरक नंबर पांच में बंद राहुल सिंह और अहमद अली ऊर्फ नाटे के बीच काफी मधुर संबंध बन गये थे. ऐसे में जेल से छूटने पर राहुल और अहमद ने मिलकर अपना एक गैंग बनाया था. जिले में लूट और चोरी की वारदात में लिप्त हो गये थे. इस बीच लूट और चोरी के पैसों को लेकर अपराधी राहुल सिंह की नीयत खराब हो गयी थी. ऐसे में शातिर राहुल सिंह का उसके ही साथियों ने कत्ल कर दिया.

गोरखपुर पुलिस ने चर्चित अपराधी राहुल सिंह की हत्या का पर्दाफाश किया है. एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने सनसनीखेज खुलासे के दौरान बताया है कि अपराधी राहुल सिंह के साथियों ने ही उसकी हत्या की थी. दरअसल लूट और चोरी के पैसों के बंटवारे के विवाद में ही उसके साथियों ने राहुल की हत्या की थी. एसएसपी ने वारदात में शामिल बदमाश अहमद अली ऊर्फ नाटे समेत चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्त में आये बदमाशों ने ही बीते 28 अगस्त की रात में अपराध से अर्जित पैसों के बंटवारे के विवाद में राहुल सिंह की हत्या की थी. बदमाश ने ब्लेड से राहुल सिंह का गला रेतने और पत्थर से मारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.

एसएसपी ने खुलासे के दौरान बताया है कि जेल में बंदी के दौरान अपराधी राहुल सिंह और अहमद अली ऊर्फ नाटे में दोस्ती हो गयी थी. वहीं जमानत पर छूटने के बाद राहुल और अहमद अपनी अन्य साथियों के साथ चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दिया करते थे. इसी बीच लूट और चोरी की वारदात से मिले पैसों के बंटवारे को लेकर राहुल सिंह की नीयत बदल गयी थी. जिसके विवाद में अहमद अली ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर राहुल की हत्या की थी. गोरखनाथ पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है.

गौरतलब है कि गोरखनाथ थाना क्षेत्र के हार्बट बंधे पर बीते 28 अगस्त को एक अज्ञात युवक की निर्मम हत्या कर फेंकी गई लाश को पुलिस ने बरामद किया था. जिसके बाद से गोरखनाथ पुलिस घटना के अनावरण में लगी हुई थी. इस दौरान सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए मृतक युवक की पहचान राहुल सिंह पुत्र अजय सिंह निवासी बांसगांव के रूप में हुई थी. पुलिस घटना की बारीकी से जांच पड़ताल में लगी हुई थी. इस बीच घटना में शामिल चार आरोपियों के नाम पुलिस के सामने आए. जिनको पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण किया. खुलासे के दौरान मृतक और गिरफ्तार चारों आरोपी पूर्व में एक साथ जेल में बंद थे और जेल से छूटने के बाद से चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. शहर के विभिन्न जगहों पर चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. उसी रकम के बंटवारे को लेकर इन लोगों में कई बार विवाद हुआ. क्योंकि मृतक राहुल सिंह ने लूटी गई रकम को अपने पास रखा था. पैसा नहीं मिलने से नाराज चारों आरोपियो ने सुनियोजित तरीके से राहुल सिंह को गोरखनाथ थाना क्षेत्र के हार्बट बंधे के पास शराब पिलाने के बाद पत्थर से उसके सिर पर वार कर बेहोश कर दिया. उसके बाद एक आरोपी ने ब्लड से गले को काटकर उसकी हत्या की थी. इतना ही नहीं पत्थर से उसके चेहरे को बुरी तरीके से बिगाड़ दिया और लाश को वहीं छोड़कर फरार हो गए थे.

घटना के संबंध में प्रेस वार्ता करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अहमद अली उर्फ नाटे खतरनाक किस्म का अपराधी है जिसके ऊपर पुलिस गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई करेगी. ताकि वह जेल से जल्द बाहर ना आ सके. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को 15000 पुरस्कार देने की भी घोषणा की गई.